लेखक : मिखाइल ज़ोशेन्का अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : मिखाइल ज़ोशेन्का अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
भाई पत्ता जब आंधी आयेगी, तो मैं तुम्हारे ऊपर बैठ जाऊंगा भाई पत्ता जब आंधी आयेगी, तो मैं तुम्हारे ऊपर बैठ जाऊंगा
अभी कुछ मिनटों पहले ही ज्ञानस्थल अकेडमी का चश्म-ओ-चिराग घोषित हुआ था। अभी कुछ मिनटों पहले ही ज्ञानस्थल अकेडमी का चश्म-ओ-चिराग घोषित हुआ था।
सने मुझे धन्यवाद कहा। हमारी दोस्ती और भी मजबूत हो गयी। सने मुझे धन्यवाद कहा। हमारी दोस्ती और भी मजबूत हो गयी।
हमको इस बात का पता चल गया था हमने इस बार समर कैम्प का आयोजन घर पर ही किया है। हमको इस बात का पता चल गया था हमने इस बार समर कैम्प का आयोजन घर पर ही किया है।
उसके इस बदलाव को देखकर पूरा विद्यालय दंग रह गया। उसके इस बदलाव को देखकर पूरा विद्यालय दंग रह गया।